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आनन्दरामायण अङ्क
आनन्दरामायण अङ्क
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इस विशेषांक के साथ साल के शेष 11 मासिक अङ्क भी रजिस्टर्ड डाक से भेजे जायेंगे। मासिक अंकों का कोई अतिरिक्त मूल्य देय नहीं है। इस विशेषांक में 480 पृष्ठों में पाठ्य-सामग्री, 8 पृष्ठों में विषय सूची एवम् अंत में गीता प्रेस से प्रकाशित पुस्तकों की सूची है। कई बहुरंगे एवम् रेखाचित्र भी दिए गये हैं। यह पुस्तक मोटे जिल्द में है।
आनन्द रामायण राम कथा का एक प्राचीन एवं विलक्षण ग्रंथ है। अन्य रामायाणों में जहाँ भगवान श्रीराम के आविर्भाव से लेकर उनके राज्यारोहण तक की लीलाओं का ही प्रायः गुण गान हुआ है, वहीं नौ काण्डों में विभक्त आनन्द रामायण में राजाधिराज प्रभु श्री राम जी के ग्यारह हजार वर्षों के राज्यकाल की अनुपम लीलाओं का चित्रण है। इसमें भगवान श्री राम की ऐसी-ऐसी रोमांचक कथाएँ हैं, जिनका अन्यत्र कहीं विवरण नहीं मिलता। इसकी कथाएँ अत्यंत नवीन, मन को आह्लादित करने वाली तथा भक्ति को बढ़ाने वाली हैं।
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